27 ऊं सई मनसेलू सोई बईयरन के संग्गै स्वाभाविक व्यवहार छोड़ के आपस में कामातुर होकें जलन लगे, और मनसेलुअन ने मनसेलुअन के संग्गै बुरओ काम कर के अपनी अज्ञानता कौ सई फल पाओ।
का तुम हां पता नईंयां, कि जौन न्याव बिलोरत आंय बे परमेसुर के राज में न जा पा हैं? ई धोखे में न रईयो, न बेश्या से संगतवारे, न मूर्ती पूजा करबेवारे, न दूसरे की तिरिया से संगत करबेवारे, न लुच्चे, न लुगुवा लुगुवा से संगत करबेवारे।
जैसे सदोम और अमोरा और उनके ऐंगर के नगर, परमेसुर हां छोड़ के दूसरे हां मानन लगे हते और परतिरिया के पाछें पड़े हते, उन हां आग में बार दओ हम उन से सीख लेबें।