जब जे बातें हो चुकीं, तो पौलुस ने अपनी आत्मा में मकिदुनिया और अखाया से होत भओ, यरूशलेम जाबे की ठानी, और कई, उते पोंचबे के पाछें मोय रोम हां भी जाबो जरूरी आय।
कोऊ तुम लौ आके, कोऊ दूसरे यीशु को परचार करे, जी को परचार हम ने नईं करो: कि और कोई आत्मा तुम हां मिले; जौन पेंला नईं मिली; और कोई बचन जीऐ पेंला तुम ने नईं मानो, तो तुमाओ सैबो नोंनो रैतो।
अब परमेसुर जौन सबरी दया कौ दाता आय, जीने तुम हां मसीह में अपनी सदा की मईमा के लाने बुलाओ आय, तुमाए तनक बेरा लौ पीड़ा उठाबे के पाछें खुद तुम हां सिद्ध, पक्को, सकतीवान और पक्को कर है।
मैं ने सिलवानुस के हाथ, जिये मैं बिसवास जोग भाई मानत आंव, तनक में लिख के तुम हां समजाओ आय और जा गवाय दई आय, कि परमेसुर की सांची दया जाई आय, ऐई में पक्के बने रओ।