और चौथे सरगदूत ने तुरही फूंकी, और सूरज को एक तिहाई और चन्दा को एक तिहाई और तारन की एक तिहाई पै विपत आई, इते लौ कि उनकौ एक तिहाई भाग अंधियारो हो गओ और दिन के एक तिहाई में उजयारो नईं रहो, और ऊंसई रात में सोई।
पैले सरगदूत ने तुरही फूंकी, और रकत मिलौनी ओले और आगी कड़ी, और धरती पै डाली गई; और एक तिहाई संसार बर गओ, और एक तिहाई पेड़ बर गए; और सबरी हरी घांस सोई बर गई।
मोहां ई दर्शन में घुड़वा और उन पै ऐसे सवार दिखाई दए, जिन की झिलमें आगी, धूम्रकान्त, और गंधक जैसी हतीं, और उन घुड़वन की मूड़ नाहर जैसी हतीं: और उनके मों में से आगी, धुआं, और गन्धक कड़त हती।