14 मैंने उन से कई; हे मालक, तुम तो जानत आव: ऊ ने मोसे कई; कि जे बे आंय, जो ऊ बड़े दुख उठा के निकले आंय; और इन ने अपने उन्ना मेमने के रकत से धोके उजरे करे आंय।
तो पिरभू यीशु मसीह को रकत जौन बिलकुल बिन पाप हते, परमेसुर के सामूं निषपाप बलदान चढाओ, तो बो तुम हां बुरय काज से पूरे मन से काय न पवित्तर कर है, कि तुम जीयत परमेसुर की सेवा करो।
और यीशु मसीह की कोद से, जौन सच्चे गवाह और मरे भयन में से जी जाबेवाले में पहलौठा, और संसार के राजन के स्वामी आंय, तुम हां सान्ति और दया मिलत रए: जो हम से प्रेम रखत आय, और जीने अपने खून के द्वारा हम हां पापन से छुड़ाओ आय।
और मैंने आगी में मिलौ कांच कौ सो समुद्र हेरो, और जो ऊ जनावर पर, और ऊ की मूरत पै, और ऊके नाओं के अंक से जीते हते, उन मान्सन हां परमेसुर की वीणा लए समुन्दर के ऐंगर ठांड़ो तको।
कि मैं तोरो दुख और तोरी गरीबी हां जानत आंव; (परन्त तें धनी आय); और जौन अपने हां यहूदी कैत आंय पर हैं नईंयां, और शैतान छलिया की बातन में लगे आंय, मोहां जौ सब पता आय।
और बे सबरे जौ नओ गाना गान लगे, कि तें ई किताब हां लैबे और ऊ की मुहरें खोलबे जोग आय; कायसे तेंने अपने बलदान के रकत से सबरे कुल, और बोली, और लोगन, और जातियन में से परमेसुर के लाने मान्सन हां मोल ले लओ आय।
ईके पाछें मैंने हेरो, कि एक एक कुल और जातियन, देस और हर एक बोली बोलबेवारन की एक बड़ी भीड़, जीहां कोऊ गिन न सके उजरे उन्ना पैरें, और हातन में खजूर की डालियां लएं सिंहासन के सामूं और मेमने के सामूं ठांड़ी आंय।