10 उन ने ऊं ची आवाज में कहो; हे मालक, हे पवित्तर और सांचे जने; तुम कब लौ न्याव न कर हौ? और धरती पै के रहबेवारे जिन ने हमें मार डालो ऊ को पलटा कब लौ न लै हौ?
जौन भांत उन मान्सन में लबरे आगमवकता हते ओई भांत तुम में सोई लबरे परचारक हुईयें, जौन नास करबेवारे पाखंड कौ उद्घाटन लुके लुके कर हैं, बे अपने ऊ मालक को जीने उन हां मोल लओ आय मैट दें हैं, और अपने आप हां भारी नास की गैराई में डार दें हैं।
दूसरी जातवारन तो खुनस्याए, और तोरो प्रकोप उन पै पड़ो, और अब बा बेरा आ गई आय, कि मरे भओं को न्याव करो जाए, और तुमाए आगमवकता और पवित्तर मान्सन हां और हल्के बड़े जो तुमाए नाओं से डरत आंय, उन हां इनाम दओ जाए, और जिन ने धरती हां बरबाद करो आय उन को नास करो जाए।
कायसे ऊके न्याव सांचे आंय, उन ने ई भ्रष्ट वेश्या को जीने संसार हां अपनी काली करतूतन से बिगाड़ दओ, परमेसुर ने ऊ को न्याव करो, और अपने जने के मारे जाबे कौ पलटा ले लओ।
और फिलेदिलफिया की मण्डली के दूत हां ऐसो लिखो, कि, जो पवित्तर और सांचो आय, और जौन दाऊद की कुंजी धरत आय, जीके खोले भय हां कोऊ बन्द नईं कर सकत और बन्द हां खोल नईं सकत, बो ऐसो कैत आय।