ऊ सिंहासन के सामूं ऐसो लगत हतो जैसे साफ सुतरो कांच को समुन्दर होबै, और सिंहासन के बीच में और चौगिर्द चार जनावर हते, जिनके आंगे और पाछें आंखई आंखें हतीं।
सो मैंने ऊ सिंहासन और चारई जनावर और उन प्राचीनन के बीच में, मानो एक मारो गओ गाड़र कौ बच्चा ठांड़ो तको: ऊके सात सींग और सातई आंखें हतीं; बे परमेसुर की सातई आत्मा आंय, जौन पूरे संसार में पठैई गईं हतीं।
और जब किताब हां ऊ ने लै लओ, तो बे चारई जनावर और चौबीसई प्राचीन ऊ गाड़र के बच्चा के सामूं गिर पड़े; और सबरन के हाथ में वीणा और धूप से भरे सोने के कटोरा हते, जे पवित्तर लोगन की बिन्तवारी आंय।