20 सुनो, मैं तुमाए मन के द्वारे पै ठाड़ो खटखटात आंव; अगर तुम मोरे टेरबे हां सुनो और मन के किवाड़ खोलो, तो मैं तुमाए मन में आहों और अपन दोई संग्गै खै हैं।
ऐई तरहां जब तुम इन सब बातन हां होत तकी, तो जान लईयो, कि बो ऐंगर आय, परन्त द्वारई पे आय।
और जौ न कय, कि मोरो भोजन तईयार कर: और जब लग मैं खाओं-पिओं तब लग कमर कस के मोरी सेवा कर; ई के पाछें तें सोई खा पी लईयो।
रखवालो उन के लाने दोरो खोल देत आय, और गाड़रें ऊ को एैरो चीनत आंय, और बो अपनी गाड़रन कौ नाओं ले लेके टेरत आय और उन हां बायरें ले जात आय।
हे भईया हरौ, एक दूजे पे लांछन न लगाओ जीसे तुम पे कोऊ लांछन न लगाए, तको, हाकम दोरे पे ठांड़ो आय।
और ऊ ने मोय से कही; जौ लिख, कि धन्न बे आंय, जो मेमने के ब्याओ के भोज में बुलाए गए आंय; और ऊ ने मोय से कई, जे परमेसुर की सांची वाणी आंय।