तुम ऐसी कोऊ जांचबे परखबेवारी बात में नईं पड़े, जौन मान्स के सहबे के बायरें होबे: और परमेसुर सांचो आय: बो तुम हां सहबे से बायरें जांच परख में न पड़न दै है, परन्त जांच परख के संग्गै कछु उपाव सोई कर है; कि तुम सह सको।
का पानू की झिर से एकई मों से मीठो और खारो पानू दोई कड़त आंय? हे मोरे भईया हरौ; का आम के पेड़ से बेर, या दाखन की बौल में निबुआ फल सकत आंय? ऊंसई खारे पानू की झिर से मीठो पानू नईं कड़ सकत।
जिन हां कैद होबे हां आय, बे जेहल में जै हैं, जौन हां तलवार से मारो जाने आय, बे तलवार से मारे जै हैं, ऐसे में परमेसुर के लोगन हां बिसवास और धीरज धरबे कौ आय।
जौ जनावर धरती पै रैबेवारन हां मूरख बनात हतो, और उन बेजा काम हां जौ ऊ जनावर के बल से करत हतो, और संसार के मान्सन से कैत हतो, कि बो जनावर जीहां घाव हो गओ हतो बो अच्छो हो गओ आय, सो तुम ऊ की मूरत बनाओ, और ऊ की पूजा करो।
जे अजूबा काम दिखाबेवारी दुष्टात्माएं आंय, जो संसार के सब राजन के ऐंगर निकल के ई लाने जात आंय, कि उन हां महाबली परमेसुर से ऊ बड़े दिना के लाने लड़बे इकठ्ठो करें।
जो जनावर तेंने तको आय, जो पेंला तो हतो, परन्त अब नईयां, जो बिलात गैरे कुण्ड में से कड़ है और विनाश में पड़ है। और धरती के रैबेवारे मान्स जिनके नाओं पेंला से जीवन की पोथी में नईं लिखे गए, ई जनावर की जा हालत तक के, कि पेंला हतो, और अब नईंयां; और अब फिन आ जा है, अजूबा मान हैं।
जौन दुख तोहां झेलबे पड़ हैं, उन से न डरा: कायसे शैतान छलिया तुम में से कछु लोगन हां जेहल में डलवा है कि तुमाओ बिसवास परखो जाबै; और तुम हां दस दिना लौ दुख उठाने पड़ है: मरबे लौ बिसवास धर; तो मैं तुम हां सरग को जीवन दै हों।
कि मैं तोरे कामन हां जानत आंव, (हेर, मैंने तोरे सामूं एक द्वार खोल रखो आय, जीहां कोई बन्द नईं कर सकत) तें बड़ो बली नईंयां, पर मोरे बचन कौ पालन करो आय और मोरे नाओं से नईं मुकरो।
उन ने ऊं ची आवाज में कहो; हे मालक, हे पवित्तर और सांचे जने; तुम कब लौ न्याव न कर हौ? और धरती पै के रहबेवारे जिन ने हमें मार डालो ऊ को पलटा कब लौ न लै हौ?
और मैंने फिन तको, तो आकाश के बीच उकाब हां उड़त और ऊंची आवाज में ऐसो कैत सुनो, कि उन तीन सरगदूतन की तुरही को फूकबो बचो आय, धरती पै रैबेवारे मान्सन पै हाय! हाय! हाय!