आगे परमेसुर जौन सांचे आंय मोरे काजें धरम को मुकुट धरें आंय, जौन मोहां दै हैं और मोहां नईं, परन्त उन हां सोई दै हैं, जौन उनके फिन के आबे की प्रेम से बाट तकें आंय।
ऊंसई पिरभू यीशु मसीह बिलात जनों के पापन हां हरबे हां एकई बेर बलदान भए, और जब बे फिन के संसार में आहें तो पाप हां हरबे हां नईं, परन्त जौन उनकी आस लगाए आंय उनको तरन तारन कर हैं।
मैं हर एक मान्स हां जो ई पोथी की बातन हां सुनत आय, गवाह देत आंव, कि कोऊ मान्स इन बातन में कछु जोड़े, तो परमेसुर ई पोथी में लिखी विपतन हां उन पै बढ़ा है।