और मन्दर के बायरें को आंगन छोड़ दईये; ऊहां नईं नापिये, कायसे बो दूसरी जातन के मान्सन हां दओ गओ आय, और बे पवित्तर नगर हां ब्यालीस महिना लौ रोंदत रै हैं।
मैंने सरग से ऐसो शब्द सुनो, कि लिख; जो मान्स पिरभू में मरत आंय, बे अब से धन्न आंय, आत्मा ने सोई कई कि जौन मेहनत से काम उन ने करो आय उन हां इनाम मिल है, और बे आराम कर हैं।
जीके कान होबें, बे सुन लेबें कि आत्मा मण्डलियन से का कैत आय: कि जो जय पाबै, मैं ऊहां जीवन दैबेवारे पेड़ में से जो परमेसुर के सरगलोक में लगो आय, ऊके फल खैबे हां दै हों।
और नदिया के ई पार; और ऊ पार, जीवन कौ पेड़ हतो: ऊ में बारह तरहां के फल लगत हते, और बो हर महिना फलत हतो; और ऊ पेड़ के पत्तन से जाति जाति के मान्स चंग्गे होत हते।
जौन पक्को बनो रै है, ऊहां मैं अपने परमेसुर के मन्दर को एक खंभा बनै हों; और बो हमेसा उतईं बनो रै है; और मैं अपने परमेसुर को नाओं, और उनके नगर, मानो नये यरूशलेम, जो मोरे परमेसुर के ऐंगर से सरग से उतरबे वालो आय और अपनो नओ नाओं ऊ पै लिख हों।