यहोवा परमेसुर ने धरती सें सब भांत के पेड़, जो हेरबे में सुन्दर और जिनके फल खाबे में नोंने आंय उगाए, और बगिया के मजारें जीवन के पेड़ हों और अच्छे और बुरय के ज्ञान के पेड़ हों भी लगाओ।
फिन यहोवा परमेसुर ने कई, “मान्स अच्छे बुरए कौ ज्ञान पाकें हम में सें एक के जैसो हो गओ आय: ई लाने अब एैसो नें होए कि ऊ हाथ बढ़ाकें जीवन के पेड़ कौ फल भी तोड़कें खा ले और सदा लौ जियत रए।”
जीके कान होबें, बे सुन लेबें कि आत्मा मण्डलियन से का कैत आय: कि जो जय पाबै, मैं ऊहां जीवन दैबेवारे पेड़ में से जो परमेसुर के सरगलोक में लगो आय, ऊके फल खैबे हां दै हों।
और नदिया के ई पार; और ऊ पार, जीवन कौ पेड़ हतो: ऊ में बारह तरहां के फल लगत हते, और बो हर महिना फलत हतो; और ऊ पेड़ के पत्तन से जाति जाति के मान्स चंग्गे होत हते।
मैंने उन से कई; हे मालक, तुम तो जानत आव: ऊ ने मोसे कई; कि जे बे आंय, जो ऊ बड़े दुख उठा के निकले आंय; और इन ने अपने उन्ना मेमने के रकत से धोके उजरे करे आंय।