11 जो बुरो करत आय, बो बुरओ करत रै है; और जो दीन आय, बो दीन बनो रए; और जो धरमी आय, बो धरमी बने रैबें; और जो पवित्तर आय, बो पवित्तर बने रैबें।
उन हां रहन दो; बे अन्धी गैल बताबे वाले आंय: और अन्धरा अगर अन्धरा हां गैल बताए, तो दोई गड्ढे में गिर हैं।
और गैल के मजारें एक अंजीर कौ पेड़ देख के ऊके ऐंगर गओ, पर पत्तन हां छोड़के कछु नईं मिलो तब ऊने कई, अब से तोमें कभऊं फल नईं लगें; अंजीर कौ पेड़ ओई घड़ी सूख गओ?
जब बे मोल लेबे हां चली गईं, तो दूल्हा आ गओ, और जौन तईयार हतीं, बे उन के संग्गै ब्याव के घर में चली गईं और द्वार बन्द कर दओ गओ।
जीसे तुम अपने स्वर्गीय बाप की लड़ेर बन सको, कायसे बो अपनो सूरज भले और बुरय दोई के लाने उगात आय, और धर्मियन और अधर्मियन दोई पे पानू बरसात आय।
धन्न आंय बे, जौन धर्म के भूखे और प्यासे हैं, कायसे बे अफर जें हैं।
ऊ ने फिन उन से कई, मैं जानत आंव और तुम मोय ढूंड़ हौ और अपने पापन में मर हौ: जिते मैं जा रओ आंव, उते तुम नईं आ सकत।
पिरभू यीशु मसीह ने मण्डली हां एक बढ़िया मण्डली करो, और ऊहां सबरे दोस से दूर करके अपने लौ खड़ी होबे लाक बनाओ।
जीसे तुम हां अब पवित्तर बनाके, बिन खोट करो कि तुम परमेसुर के सामूं ठांड़े हो सको।
और दुष्ट जनें जो बहकात आंय और धोका देत आंय, बे धोका खाके और बिगड़त जै हैं।
जौन तुम हां बिलुरबे से बचा लै है, और पाप से धोके उजरो कर लै है, अपने सरग लोक के तेज में।
और आकास से धरती पै मन मन भर के ओला गिरे, ईसे कि जा विपत बिलात बड़ी हती, मान्सन ने परमेसुर हां ओला की विपत के लाने भलो बुरो कहो।
फिन श्राप न हुईये, और परमेसुर और मेमना कौ सिंहासन नगर में हुईये, और ऊके चाकर ऊ की सेवा कर हैं।