मैं तोए हों, और तोरे बाद तोरे बंस हों भी, जौ पूरो कनान देस जीमें तें परदेसी होकें रैत आय, ई तरहां सें दैहों कि बा जुग-जुग लौ उनकी निज भूमि रैहै, और मैं उनकौ यहोवा परमेसुर रैहों।”
और हर एक जीने मोरे नाओं के लाने घरद्वार या भईयन या बहन या बाप मताई या बच्चन या खेतन हां छोड़ दओ आय, ऊहां सौ गुना मिल है: और बो अनन्त जीवन कौ अधकारी हुईये।
और जब ऊ निकल के गैल में जात हतो, तो एक मान्स ऊके ऐंगर दौड़त भओ आओ, और ऊके आंगू टिंगरे धर के ऊसे पूछो, हे अच्छे गुरू, अनन्त जीवन कौ हक्कदार होबे के लाने मैं का करों?
और मूरतन को परमेसुर के मन्दर में का काज? कायसे हम जियत परमेसुर के मन्दर आंय; जैसो परमेसुर ने कहो आय कि उन में बस हों और उन में घूम हों; और मैं उन को परमेसुर और बे मोरे जनें कहा हैं।
पिरभू कैत आय, कि अब जौन कौल मैं उन के संग्गै बांध हों, बा ऐसी आय, कि मैं अपने नैम हां उनके हिये और जी में डाल हों, और बे औरें मोरे जनें हुईयें और मैं उन को परमेसुर हुईयों।
जीके कान होबें, बो सुन लेबें कि आत्मा मण्डलियन से का कैत आय; जौन इन बातन हां मान है, ऊहां मैं गुप्त मन्ना में से दै हों; और ऊहां एक सफेद पथरा सोई दै हों, और ऊ पथरा पै एक नाओं लिखो हुईये, जीहां केवल बे जान हैं जीहां बो मिल है।
जीके कान होबें, बे सुन लेबें कि आत्मा मण्डलियन से का कैत आय: कि जो जय पाबै, मैं ऊहां जीवन दैबेवारे पेड़ में से जो परमेसुर के सरगलोक में लगो आय, ऊके फल खैबे हां दै हों।
फिन मैंने सिंहासन में से कोऊ हां जा टेर लगात सुनो, कि हेर, कि परमेसुर कौ डेरा मान्सन के बीच में आय; और मान्सन उनके संग्गै रै हैं, और बे मान्सन के परमेसुर कहा हैं।