23 जौन ऊ की बातें मानत आय उन हां सोई मार हों, कि मण्डली के जनें जौ जान लें हैं कि मान्सन के मन की बात मोहां पता आय। मैं तुम सब के करमन कौ बदला तुम हां दैहों।
“हे मोरे मोंड़ा सुलैमान! तें अपने बाप के यहोवा परमेसुर कौ ध्यान रख, और खरे हिया और खुसी सें ऊकी सेवा करत रै; कायसे यहोवा परमेसुर हिया हों जांचत और बिचार में जो कछु पैदा होत आय ऊहों समझत आय। जदि तें ऊकी खोज में रए, तौ ऊ तोहों मिलहै; परन्त तें ऊहों छोड़ दैहै तौ ऊ हमेसा के लाने तोहों छोड़ दैहै।
हे हमाए यहोवा परमेसुर! मैं जानत आंव कि तें हिया हों जांचत आय और सिधाई सें खुस रैत आय; मैंने तौ सब कछु हिया की सिधाई और अपनी मरजी सें दओ आय; और अब मैंने खुसी सें देखो आय कि तोरी परजा के मान्स जौन इतै हाजर आंय, बे तोहों अपने हिया सें भेंट देत आंय।
यीशु ने उन से कओ; तुम तो मान्सन के सामूं अपने आप हां धरमी ठैरात आव: पर परमेसुर तुमाए हिया हां जानत आय, कायसे जौन बस्त मान्सन के लेखे जसवारी आय, बो परमेसुर के लेखे ओछी आय।
यीशु ने पतरस से तीसरी बेर कई, हे शमौन यूहन्ना के पूत, का तें मोय से प्यार करत आय? पतरस उदास भओ, कायसे यीशु ने तीसरी बेर ऐसी कई; कि का तें मोसे प्यार करत आय? और पतरस ने कई, हे प्रभु, तें सब कछु जानत आय, कि मैं तोसे प्यार करत आंव: यीशु ने ऊसे कई, तें मोरी गाड़रन चरा।
जीके कान होबें, बे सुन लेबें कि आत्मा मण्डलियन से का कैत आय: कि जो जय पाबै, मैं ऊहां जीवन दैबेवारे पेड़ में से जो परमेसुर के सरगलोक में लगो आय, ऊके फल खैबे हां दै हों।
फिन मैंने लौरे जेठे सब जनें हां मरे भए हां सिंहासन के सामूं ठांड़ो तको, और पोथी खोली गईं; और फिन एक और पोथी खोली गई, जानो जीवन की पोथी; और जैसो उन पोथियन में लिखो भओ हतो, उन के काजन अनसार मरे भयन कौ न्याव करो गओ।
और समुन्दर ने उन मरे भए हां जो उन में हते दे दओ, और मृत्यु और अधलोक ने उन मरे भए हां जो उन में हते दे दओ; और उन में से हर एक के कामन के अनसार उन कौ न्याव करो गओ।
मैंने हेरो, कि एक पीलो घुड़वा आय; और ऊ पै जौन बैठो आय ऊकौ नाओं मृत्यु आय: और मरे भयन को लोक ऊके पाछें आय और उन हां धरती की एक चौथाई पै जौ अधकार दओ गओ, कि तलवार, और भुखमरी, और संसार के बन पशुअन के द्वारा लोगन हां मार डालें।