2 कायसे ऊके न्याव सांचे आंय, उन ने ई भ्रष्ट वेश्या को जीने संसार हां अपनी काली करतूतन से बिगाड़ दओ, परमेसुर ने ऊ को न्याव करो, और अपने जने के मारे जाबे कौ पलटा ले लओ।
और बे परमेसुर के दास मूसा कौ गीत, और मेमने कौ गीत गाके कहत हते, कि हे महाबलि पिरभू परमेसुर, तोरे सबरे काज अदभुत आंय, हे जुग जुग के राजा, तोरी चाल सूदी और सांची आय।
कायसे ऊके व्यभिचार की विकराल मदिरा के कारन सब जातियां गिर गईं आंय, और धरती के राजाओं ने ऊके संग्गै व्यभिचार करो आय; और धरती के महाजन ऊके मजा मौज से धनी हो गए।
उन ने ऊं ची आवाज में कहो; हे मालक, हे पवित्तर और सांचे जने; तुम कब लौ न्याव न कर हौ? और धरती पै के रहबेवारे जिन ने हमें मार डालो ऊ को पलटा कब लौ न लै हौ?