3 कायसे ऊके व्यभिचार की विकराल मदिरा के कारन सब जातियां गिर गईं आंय, और धरती के राजाओं ने ऊके संग्गै व्यभिचार करो आय; और धरती के महाजन ऊके मजा मौज से धनी हो गए।
और अपने मूड़ पै धूरा डाल के, रोते और किलपत भए चिल्लिया के कै हैं, हाय! हाय! जा बड़ी नगरी बाबुल जी में समुन्दर से आके जो धंधा करबेवारे धनी हो गए हते, बे घड़ी भर में उजड़ गए।
और दिया को उजारो कभऊं तोय में न चमक है, और दूल्हा दुलईया को ब्याव होत न दिखा है; कायसे तोरे व्यापारी संसार भर में जाने जात हते, और तोरे टोना टोटका से सब जातियन भरमाई गईं हतीं।
जैसे मजा मौज में रैके ऊ ने अपने हां बड़ो दिखाओ; ऊं सई दुख और पिरातो ऊहां दो; कायसे बा अपने मन में कैत आय, मैं रानी बनी बैठी आंव, मैं बिधवा नईंयां; मैं कभऊं परेसानी में नईं पड़ हों।