ईसे सरग में रैबेवारो खुश हो; हे धरती, और समुन्दर तुम पै हाय! कायसे शैतान छलिया बड़ी खुन्स में तुमाए ऐंगर उतर आओ आय; कायसे ऊहां पता आय, कि ऊ की बेरा तनकदिना की आय।
जैसो ऊ ने तुमाए संग्गै करो, तुम सोई ऊके संग्गै ऊं सई करो, और जैसो ऊ ने काम करो आय ऊं सई ऊके कामन कौ दुगनो बदला दो, और जैसे ऊ ने अपने कटोरा से दूसरन हां पिलाओ ऊहां दुगनो पिलाओ।
उन ने ऊं ची आवाज में कहो; हे मालक, हे पवित्तर और सांचे जने; तुम कब लौ न्याव न कर हौ? और धरती पै के रहबेवारे जिन ने हमें मार डालो ऊ को पलटा कब लौ न लै हौ?