2 जौन वेश्या के संग्गै धरती के राजन ने बुरओ कर्म करो; और ऊके सबरे लजाबे के काम मानो ऐसे हते, जैसे संसार के मान्सन ने ऊके बुरय कर्म की मदिरा पी लई होबै।
कायसे परमेसुर उनके मन में जौ डाल है, कि बे ऊ की मनसा पूरी करें; और जब लौ परमेसुर को कहो पूरो न हो जाबै, तब लौ बे एक मन होकें अपनो अपनो राज ऊ जनावर हां दे देबें।
जो जनावर तेंने तको आय, जो पेंला तो हतो, परन्त अब नईयां, जो बिलात गैरे कुण्ड में से कड़ है और विनाश में पड़ है। और धरती के रैबेवारे मान्स जिनके नाओं पेंला से जीवन की पोथी में नईं लिखे गए, ई जनावर की जा हालत तक के, कि पेंला हतो, और अब नईंयां; और अब फिन आ जा है, अजूबा मान हैं।
और दिया को उजारो कभऊं तोय में न चमक है, और दूल्हा दुलईया को ब्याव होत न दिखा है; कायसे तोरे व्यापारी संसार भर में जाने जात हते, और तोरे टोना टोटका से सब जातियन भरमाई गईं हतीं।
कायसे ऊके व्यभिचार की विकराल मदिरा के कारन सब जातियां गिर गईं आंय, और धरती के राजाओं ने ऊके संग्गै व्यभिचार करो आय; और धरती के महाजन ऊके मजा मौज से धनी हो गए।