जब सूरज कड़ो, तब यहोवा परमेसुर ने पुरवईया बहाकें लू चलाई और घामों योना की मूड़ पै एैसो लगो कि ऊ बेहोस होन लगो; और ऊने एैसो कहकें मौत मांगी, “मोरे लाने जिन्दा रैबे सें तो मौत साजी आय।”
और सूरज और चान्द और तारों में चिन्ह दिखाई दें हैं, और धरती पे, देस देस के मान्सन हांसंकट हुईये; कायसे बे समुन्दर के गरजबे और लहरों की तेज आवाज से घबरा जें हैं।
फिन एक और सरगदूत जीहां आगी पै अधकार हतो, बेदी में से कड़ो, और जीके ऐंगर तेज हंसिया हतो, ऊसे कहो; कि अपने तेज हंसिया से धरती पै जो दाखलता के गुच्छा आंय उन हां काट ले; कायसे उनकी दाखें पक गईं आंय।
और चौथे सरगदूत ने तुरही फूंकी, और सूरज को एक तिहाई और चन्दा को एक तिहाई और तारन की एक तिहाई पै विपत आई, इते लौ कि उनकौ एक तिहाई भाग अंधियारो हो गओ और दिन के एक तिहाई में उजयारो नईं रहो, और ऊंसई रात में सोई।