जिन हां कैद होबे हां आय, बे जेहल में जै हैं, जौन हां तलवार से मारो जाने आय, बे तलवार से मारे जै हैं, ऐसे में परमेसुर के लोगन हां बिसवास और धीरज धरबे कौ आय।
फिन एक और सरगदूत जीहां आगी पै अधकार हतो, बेदी में से कड़ो, और जीके ऐंगर तेज हंसिया हतो, ऊसे कहो; कि अपने तेज हंसिया से धरती पै जो दाखलता के गुच्छा आंय उन हां काट ले; कायसे उनकी दाखें पक गईं आंय।
कायसे ऊके न्याव सांचे आंय, उन ने ई भ्रष्ट वेश्या को जीने संसार हां अपनी काली करतूतन से बिगाड़ दओ, परमेसुर ने ऊ को न्याव करो, और अपने जने के मारे जाबे कौ पलटा ले लओ।
और जब उन ने पांचवी मुहर खोली, तो मैंने वेदी के नेंचें उन मान्सन के प्रानन हां तको, जो परमेसुर के बचन हां सुनाबे, और अपने बिसवास की बातन हां सुनाबे में मारे गए हते।