उन हां अधकार आय, कि आकास बन्द कर देबें, कि जब बे अगमवानी करें तो पानू न बरसे, और उन हां सबरे पानू पै अधकार आय, कि ऊहां रकत बनाबें, और जब उन की मन्सा होबै तो धरती पै हर तरहां की विपत ले आबें।
और ऊ ने ऊं ची टेर लगाई; परमेसुर से डरो; और उन के गुणगान करो; कायसे अब न्याय की बेरा आ गई आय, सो ऊ को भजन करो, जीने सरग और धरती हां और समुन्दर और पानू के झरने बनाए।