15 फिन एक और सरगदूत ने मन्दर से कड़ के, ऊसे जो बादल पै बिराजो हतो, कई कि अपनो हंसिया लैके काटो, कायसे कटनी के दिना आ गए आंय, कायसे संसार की खेती पक गई आय।
काटबे की बेरा लौ दोई हां संग्गै बढ़न देओ, और काटबे की बेरा मैं काटबेवारन से कै हों; पेंला जंगली घांस काड़ के बारबे के लाने ऊके गट्ठा बांध लेओ, और गेंहूं हां मोरे खलिहान में इकट्ठो करो।
बे यहूदियन हां छोड़ दूसरन से तरन तारन की बातें करबे हां रोकत आंय, कि अन्यजाति के लाने अपने पाप कौ घड़ा भरत रैबें; परन्त अब उन पै सोई परमेसुर को कोप आबेवारो आय।
और परमेसुर कौ मन्दर जो सरग में आय, बो खोलो गओ, और ऊके मन्दर में ऊ की वाचा को सन्दूक दिखाई दओ, और बिजली कड़कड़ान लगी और धरती डोलन लगी, और बड़े बड़े ओला गिरे।
फिन एक और सरगदूत जीहां आगी पै अधकार हतो, बेदी में से कड़ो, और जीके ऐंगर तेज हंसिया हतो, ऊसे कहो; कि अपने तेज हंसिया से धरती पै जो दाखलता के गुच्छा आंय उन हां काट ले; कायसे उनकी दाखें पक गईं आंय।
उन ने ऊं ची आवाज में कहो; हे मालक, हे पवित्तर और सांचे जने; तुम कब लौ न्याव न कर हौ? और धरती पै के रहबेवारे जिन ने हमें मार डालो ऊ को पलटा कब लौ न लै हौ?