ई लाने जदि हमाओ अधर्म परमेसुर हां धरमी ठैरा देत आय, तो हम का काबें? का जौ कि परमेसुर जौन खुन्स करत आय अन्यायी आय (जौ तो मैं मान्सन के तौर तरीके से कैत आंव)।
और मैंने आगी में मिलौ कांच कौ सो समुद्र हेरो, और जो ऊ जनावर पर, और ऊ की मूरत पै, और ऊके नाओं के अंक से जीते हते, उन मान्सन हां परमेसुर की वीणा लए समुन्दर के ऐंगर ठांड़ो तको।