13 फिन तेंने सीनै पहरवा पै उतरकें आकास में सें उनके संगै बातें करीं, और उनहों सूदे नियम, सांची ब्यवस्था, अच्छी बिधियां और हुकम दए।
जदि जौन मैं नईं चाहत और ओई करत आंव, तो मैं मान लेत आंव, कि नेम व्यवस्था भली आय।