12 फिन तेंने दिन हों बादल के खंबे में होकें और रात हों आगी के खंबे में होकें उनकी अगुवाई करी, कि जौन गैल पै उनहों चलने हतो, ऊमें उनहों उजयारो मिलै।
तब भी तें जो भौतई दयालु आय, तेंने उनहों नें तौ जंगल में त्यागो; नें तौ दिन हों अगवाई करबेवारो बादल कौ खम्भा उन पै सें हटो, और नें रात हों उजयारा देबेवारो और उनहों गैल दिखाबेवारो आगी कौ खम्भा हों दूर करो।