तब सब जनें खान, पियन लगे और दूसरन हों सोई खाबे, पीबे, भोजन बस्तें पठैबे और बड़ो आनंद मनाबे हों चले गए, कायसे जो बचन उनहों समझाए गए हते, उनहों बे समज गए हते।
तब नहेम्याह जो अधिपति हतो, और एज्रा जो याजक और शास्त्री हतो, और जो लेवीय, जनों हों समझा रए हते, उनोंरन ने सब जनों सें कई, “आज कौ दिना तुमाए यहोवा परमेसुर के लाने पवित्र आय; ई लाने बिलाप नें करौ और नें रोओ।” कायसे सब जनें ब्यवस्था के बचन सुनकें रोत रए।
तब उनोंरन ने अपनी अपनी जागां पै ठांड़े होकें दिन के एक पहर लौ अपने यहोवा परमेसुर की ब्यवस्था की पोथी पढ़त, और दूसरे पहर अपने पापन हों मानत, और अपने यहोवा परमेसुर हों दंडवत करत रए।
तब ऊके लाने एक दिना ठहराओ गओ, और बिलात जनें ऊ की रहबे की जांगा पे आए, ऊ ने परमेसुर के राज्य के बारे में सोचत भए, गवाही देके उनहां समझाओ, और भुनसारे से संजा लौ मूसा की रीति और आगमवक्तन की पोथियन से यीशु के बारे में उनहां समझाबे की कोसिस करत रहो।