67 इनहों छोड़कें उनके सात हजार तीन सौ सैंतीस चाकर-दासियां, और दो सौ पैंतालीस गाबेवारे और गाबेवारियां हतीं।
पूरी मंडली के जनें मिलाकें ब्यालीस हजार तीन सौ साठ ठैरे।
उनके घुड़वा सात सौ छत्तीस, खच्चर दो सौ पैंतालीस,
पर ऊ चाकर जदि जौ सोचन लगै, कि मोरो मालक तो आबे में अबेर कर रओ आय, और नौकरन और नौकरानियन हां मारन-पीटन लगे और खाबे-पीबे और पियक्कड़ होन लगे।