फिन ओई बेरा मैंने लोगों सें जा सोई कई, “एक एक मान्स अपने सेवक समेंत यरूशलेम के भीतर रात बिताए करें, कि बे रात हों तौ हमाई रखनवारी करें, और दिन हों काम में लगे रएं।”
परन्त मैं जो कछु आंव, परमेसुर की दया से आंव: और उनकी जौन दया मो पे भई आय, बा अकारथ नईं गई; परन्त मैंने उन सबरन से बढ़के मैनत सोई करी: जानो कि जौ मोरी कुदाऊं से नईं भओ परन्त परमेसुर की दया से जौन मो पे हती।