18 राजमिस्त्री अपनी अपनी जांघ पै तलवारें लटकाए भए काम करत जात हते। नरसिंगा फूंकबेवारो मोरे लिगां रैत हतो।
ई कारन मैंने लोगन हों तलवारें, बरछियां और धनुस देकें सहरपनाह के पाछेें सबसे नेंचें की खुली जागां में घराने घराने के अनसार बैठा दओ।
सहरपनाह होें बनाबेवारे और बोझ ढोबेवारे दोई बोझ उठात हते, मतलब एक हाथ सें काम करत हते और दूसरे हाथ सें हथयार पकड़ें रैत हते।
ई लाने मैंने रईसों, हाकमन और सबरे मान्सन सें कई, “काम तौ बड़ो और फैलो भओ आय, और हम लोग सहरपनाह पै अलग अलग एक दूसरे सें दूर रैत आंय।