11 हमाए दुस्मन कैन लगे, “जब लौ हम उनके मजारें नें पोंचें, और उनहों मारकें काम बन्द नें करें, तब लौ उनहों नें कछु मालूम हुईयै, और नें कछु दिखाई पड़है।”
परन्त यहूदा के मान्सन कैन लगे, “ढोबेवारन की ताकत कम होन लगी आय, और मलबा तौ मुतकौ पड़ो आय, ई लाने सहरपनाह हमसें नईं बन सकत।”
फिन जो यहूदी उनके आस-पास रैत हते, उनोंरन ने सब जागां से दस बेर आ आकें, हमोंरों सें कई, “तुमोंरों हों हमाए लिगां लौट आओ चईये।”
परन्त हमोंरन ने अपने यहोवा परमेसुर सें बिन्तवाई करी, और उनके बिरोद में दिन-रात के चौकीदार ठैरा दए।
जब दिन भओ, तो यहूदियन ने बदला लैबे की सोची, और जौ कहके सौगंध खाई की जब लौ पौलुस हां मार न डालें, तब लौ न खा हैं और न पी हैं।
ई लाने तें उन की न सुनिये, कायसे उन में से चालीस से अधक मान्स ऊ की घात में लगे भए आंय, जिन ने एक होकें जा सौगंध खाई आय, की जब लौ पौलुस हां न मार डालें, तब लौ न खा हैं और न पी हैं, बे अबै सोई तईयार आंय और तोरे हुकम की बाट देखें आंय।
कायसे तुम हां खुद पता आय कि जैसे भड़या रात के अंधयारे में आत आय, ऊं सई पिरभू के आबे को दिना हुईये।