बाकी जनें जैसे याजक, लेवीय, द्वारपाल, गवईये, यहोवा परमेसुर के भवन के सेवक और जितेक यहोवा परमेसुर की ब्यवस्था मानबे के लाने देस देस के लोगों सें अलग भए हते, उन सबई ने अपनी बईयरों और उन मोंड़ा मोंड़ियों संगै जो समझबेवारे हते,
जब सांतवा मईना लिगां आओ, ऊ बेरा सबरे इस्राएली अपने अपने नगर में हते। तब उन सब जनों ने एक हिया होकें, जलफाटक के सामूं के चौक में जमा होकें, एज्रा शास्त्री सें कई कि मूसा की जो ब्यवस्था यहोवा परमेसुर ने इस्राएल हों दई हती, ऊकी पोथी ल्या।
सो सब जनें बायरें जाकें डालियां ल्याए, और अपने अपने घर की छत पै, और अपने आंगनों में, और यहोवा परमेसुर के भवन के आंगनों में, जलफाटक के चौक में, और एप्रैम के फाटक के चौगड्डा में, टपरियां बना लईं।
बो ऊकी बातें भुंसारे सें लेकें दुपरिया लौ ऊ चौक के सामूं जो जलफाटक के सामूं हतो, का बईयर, का मान्स और सब समझबेवारे हों बांचकें सुनात रओ; और सब जनें ब्यवस्था की पोथी पै कान लगाए रए।