हे पिरभु तोसें जा बिनती आय, कि तें अपने दास की बिन्तवाई पै, और अपने उन दासों की बिन्तवाई पै, जो तोरे नाओं कौ डर मानबो चाहत आंय, कान लगाकें सुन ले और आज अपने दास कौ काम सफल कर, और ऊ मान्स हों ऊपै दयालु कर दे।” मैं तौ राजा कौ पियाबेवारो हतो।
भोज की बेरा जब दाखमधु पियो जा रओ हतो, तब राजा ने एस्तेर सें कई, “तोरी का बिन्तवाई आय? बा पूरी करी जैहै। तें का मांगत आय? मांग, और आधो राज लौ तोए दओ जैहै।”
राजा ने दाखमधुु पियत पियत एस्तेर सें फिन पूंछो, “हे एस्तेर रानी! तोरी का बिन्तवाई आय? बा पूरी करी जैहै। और तें का मांगत आय? मांग, और आधो राज लौ तोय दओ जैहै।”