29 और बेतगिलगाल सें, और गेबा और अज्माबेत के खेतों सें इकट्ठे भए; कायसे गवईयों ने यरूशलेम के आस-पास गांव बसा लए हते।
और बिन्यामीन के गोत्र में सें अपने अपने चारागाहों समेंत गिबोन, गेबा, अल्लेमेत और अनातोत दए गए। उनके घरानों के सबरे नगर मिलाकें तेरह हते।
बिन्यामीनी गेबा सें लेकें मिकमश, अय्या, बेतेल और ऊके गांवों में;
तौ गवईयों की संतान यरूशलेम के चारऊं कोद के देस सें और नतोपातियों के गांवों सें,
तब याजकों और लेबियों ने अपने अपने हों सुद्ध करो; और उनोंरन ने परजा हों, फाटकों और सहरपनाह हों सोई सुद्ध करो।
फिन मोए पता लगो कि लेवियों कौ हींसा उनोंरन हों नईं दओ गओ आय; और ई कारन काम करबेवारे लेवीय और गवईये अपने अपने खेत हों भग गए आंय।
बेतजमावत के मान्स बयालीस,
रामा और गेबा के मान्स छै सौ इक्कीस,
तब यहोशू सबरे इस्राएलियन समेंत गिलगाल की छावनी में लौट आओ।
बिन्यामीन के गोत्र के हींसा में सें अपनी-अपनी चराईयों समेंत जे चार नगर दए गए, मतलब गिबोन, गेबा,
तब यहोवा परमेसुर ने यहोशू सें कई, “तुमाई नाओंधराई जौन मिस्रियों में भई आय ऊहों मैंने आज दूर करी आय।” ई कारन ऊ जागां कौ नाओं आज के दिना लौ गिलगाल पड़ो आय।