एल्याशीब, योयादा, योहानान और यद्दू के दिनन में लेवीय पुरखन के घरानों के खास मान्सन के नाओं लिखे जात हते, और दारा फारसी के राज्य में याजकों के नाओं सोई लिखे जात हते।
तब एल्याशीब महायाजक ने अपने भईया याजकन सुदां करयाई बांधकें भेड़फाटक हों बनाओ। उनोंरन ने ऊकी परतिष्ठा करी, और ऊके पल्लों हों सोई लगाओ; और हम्मेआ नाओं गुम्मट लौ बल्कि हननेल के गुम्मट के लिगां लौ उनोंरन ने सहरपनाह की परतिस्ठा करी।