34 बे चुप्प रए, कायसे कि गैल में उन ने आपस में जा बहस करी हती, कि हम में से बड़ो को आय?
बे आपस में बतकाव करके कहन लगे, कि हम रोटी लाबो बिसर गए।
नोंन अच्छो आय, पै अगर नोंन कौ नोंनपन जात रए, तो ऊहां कीसे स्वाद में कर हौ? अपने में नोंन राखौ और आपसी में मेल-जोल से रऔ।
तुम में भाईचारे कौ प्रेम बनो रैबे; आदर करबे में एक दूसरे से बढ़ के आदर करो।
जौन मान्स तुम हां सौंपे गए आंय, उन पे अधकार न गांठो, परन्त झुण्ड के लाने आदर्स बनो।
दियुत्रिफेस जौन बड़ो बनत आय, हमाई कई नईं करत।