4 ऊके चेलन ने ऊहां जवाब दओ, कि इते जंगल में इतनी रोटी कोऊ कहां से लियाबै कि जे अफर जाबें।
चेलन ने ऊसे कई, हम हां ई सूनी जांगह में ऐसी भीड़ हां अफराबे के लाने, इतनी बिलात रोटीं किते से मिल हैं?
कायसे बे ऊ रोटियन के बारे में न समझे हते बल्कि उनके मन कर्रे हो गए हते।
अगर मैं उने भूखौ घरै पोंचा देंओं, तो गैल में थक के रै जै हैं; कायसे कि इनमें से कोऊ कोऊ दूर से आए हैं।
ऊ ने उनसे पूछो; कि तुमाए ऐंगर कितनी रोटी आंय? उन ने कई, सात।