19 कायसे कि बा ऊके मन में नईं, पेट में जात आय, और संडास में निकल जात आय? ऐसो कै के ऊ ने सबरी खाबेवाली चीजन हां शुद्ध बताओ।
का तुम नईं जानत, कि जो कछु मों में जात आय, बो पेट में जाके, और संडास में निकल जात है?
ऊ ने उनसे कओ; काय तुम भी ऐसे नासमझ आव? काय तुम नईं जानत, कि जौन चीज बाहर से मान्स के भीतर जात आय, बा ऊहां अशुद्ध नईं कर सकत?
पर जौन कछु भीतर आय ऊए दान कर दो, तो तको, सब कछु तुमाए लाने शुद्ध हो जै है।
और दूजी बेर ऊहां बोल फिन सुनाई दओ, जो कछु परमेसुर ने शुद्ध ठैराओ आय, ऊहां तें अशुद्ध न कै।
पर फिन आकास से दूसरी बेर बोलबो भओ, जीहां परमेसुर ने शुद्ध ठहराओ आय ऊहां अशुद्ध न कह।
भोजन पेट के लाने और पेट भोजन के लाने आय, परन्त परमेसुर ईहां और ऊहां दोईयन हां नास कर है, परन्त देयां बुरए काम हां नईं, परन्त पिरभु के लाने आय; और पिरभु देयां के लाने आय।
सो अब कोई तुम हां नईं कैबे कि का खाओ और का पीओ, और न कोऊ नये चांद और दूसरे त्यौहार हां कै है कबै मानो।