18 ऊ ने उनसे कओ; काय तुम भी ऐसे नासमझ आव? काय तुम नईं जानत, कि जौन चीज बाहर से मान्स के भीतर जात आय, बा ऊहां अशुद्ध नईं कर सकत?
जो मों में जात आय, बो मान्स हां अशुद्ध नईं करत, पर जो मों से बायरें कड़त आय, बो मान्स हां अशुद्ध करत आय।
तुम काय नईं समजत कि मैं ने तुम से रोटी के बारे में नईं कई? पर जौ कि तुम फरीसी और सदूकियन के खमीर से चौकन्ने रहियो।
फिन यीशु ने उनसे कओ; काय तुम जा कनौत नईं समझत? तो फिन और कनौत कैसे समझ हौ?
जब ऊ भीड़ के ऐंगर से घर में गओ, तो ऊके चेलन ने ई कनौत के बारे में ऊसे पूछो।
कायसे कि बा ऊके मन में नईं, पेट में जात आय, और संडास में निकल जात आय? ऐसो कै के ऊ ने सबरी खाबेवाली चीजन हां शुद्ध बताओ।
यीशु ने उन से कओ; हे मूरखो, तुम आगमवकतन की सबरी बातन पे बिसवास करबे में कित्ते मन्दबुद्धि आव!
यीशु ने जवाब देत भय ऊसे कई; तें इस्राएलियन कौ गुरू होकें भी का इन बातन हां नईं समझत?
मैंने तुम हां दूध पिबाओ, अन्न न खबाओ; कायसे कि तुम ऊहां न खा सकत हते; इते लौ कि अब लौ सोई नईं खा सकत आव।
ईके लाने और बहुत कछु कहो जा सकत आय, जीहां हम अबै नईं समझ सकत; कायसे तुम अब तनक ऊं चो सुनन लगे आओ।