36 उने विदा करें, कि चारऊ तरफ गांव और बस्तियन में जाके, अपने खाबे के लाने कछु मोल लैबें।
पर ऊ ने ऊहां कछु उत्तर नईं दओ, और चेले ऊके ऐंगर आके कहन लगे; ईहां पठैय दे; कायसे जा चीखत भई हमाए पाछें आत आय।
ई पे पतरस ऊहां अलग ले गओ, और जे कै कें झिड़कन लगो कि हे पिरभू, परमेसुर न करे; तोपे ऐसो कभऊं न हुईये।
जब ऊके घर के लोगन ने जौ सुनो, तो ऊहां पकड़बे के लाने निकले; कायसे कैत हते, कि ऊकौ चित्त ठिकानें नईंयां।
ऊके चेलन ने ऊसे कओ; तें देखत आय, कि भीड़ तोपे गिरी पड़त आय, और तें कैत आय; कि कीने मोहां छुओ?
जब दिन ज्यादा ढल गओ, तो ऊके चेला ऊके ऐंगर आके कहन लगे; जा सूनी जांगा आय, और दिन भौत ढल गओ आय।
ऊ ने उने उत्तर दओ; कि तुमईं उने खाबे के लाने देओ: उन ने ऊसे कओ; का हम सौ दीनार की रोटियां मोल लेबें और उने खवाबें?