जब बो उन से जे बातें कैई रओ हतो, तो हेरो, प्रार्थनाघर कौ एक हाकिम आओ और ऊहां परनाम कर के कहन लगो, मोरी बिटिया अबई मरी आय; चल के अपनो हाथ ऊपे धर दे, तो बा जिन्दा हो जै है।
तब पतरस उठके उन के संग्गै हो लओ, और जब ऊ पोंचो, तो बे ऊहां ऊ अटारी पे ले गए; सबरी बिधवाएं रोत भईं ऊके ऐंगर आ ठांड़ी भईं: और जौन कुरता और उन्ना दोरकास ने उन के संग्गै रैत भए बनाए हते, दिखान लगीं।