इतने में जब हजारन की भीड़ लग गई, इते लौ कि बे एक दूसरे पे गिरे पड़त हते, तो यीशु सब से पेंला अपने चेलन से कैन लगो, फरीसियन के खमीर जाने के उन के कपट से होसियार रईयो।
यीशु उन के संग्गै सग्ंगै निंगो, और घर से तनकई दूर हतो, तो सूबेदार ने अपने प्रेमी जन हां जौ कैबे हां पठैओ, कि हे पिरभु दुख: न उठा, कायसे मैं ई जोग नईंयां, कि तें मोरी छत के नेचें आबै।
परमेसुर ने कौन भांत से यीशु नासरी हां पवित्तर आत्मा और सामर्थ से भर दओ: बो भलाई करत, और सब हां जौन शैतान छलिया के सताए भए हते, साजो करत फिरो; कायसे परमसुर ऊके संग्गै हतो।