37 तबईं जोर से आंधी आई, और पानी की हिलोरें नाव पै इतै तक लगीं, कि बा अब पानी से भरी जा रई हती।
तब यहोवा परमेसुर ने समंदर में एक बिकराल आंधी चलाई, और समंदर में बड़ी बिकराल आंधी उठी, इतै लौ कि जहाज टूटबे पै हतो।
और बे भीड़ हां छोड़ के जैसो ऊ हतो, ऊं सई ऊहां नाव पै संग्गै ले चले; और ऊके संग्गै, और भी नावें हतीं।
और ऊ खुद पछाऊं के हिस्सा में गद्दी पै सो रओ हतो; तब उन ने ऊहां जगा के ऊसे कओ; हे गुरू, काय तोय चिन्ता नईंयां, कि हम नास भए जात आंय?
पर दोई पानू की धारन के बीच पड़के जहाज बालू में फंस गओ, और ऊ को अगलो हिस्सा ऐसो धर गओ, की हिल नईं सको; और पाछें को हिस्सा लहरन के थपेड़न से टूटन लगो।
तीन बेरे मोहां बेंतें घलीं; एक बेर मान्सन ने पथरा मारे; तीन बेर जहाज जी पे मैं जा रओ हतो, टूट गए; एक रात और दिना मैंने समुन्द्र के पानू के बीच काटो।