34 और बिना किस्सा कएं उनसे कछु भी न कैत हतो; लेकिन अकेले में खुद के निजी चेलन हां सबरी बातन कौ मतलब बतात हतो।
यीशु ने जे सब बातें कनौत में कई, और बो कनौत के बिना उन से कछु नईं कैत हतो।
जब ऊ अकेलो रै गओ, तो ऊके संगियन ने ऊ बारह समेंत ऊसे ई कनौत के बारे में पूछो।
और ऊ उन हां ई तरहां के भौत से किस्सा सुना सुना के उनकी जितनी समझ हती उतनो बचन सुनात हतो।
तब यीशु ने मूसा और सबरे आगमवकतन से शुरु कर के सबरे पवित्तर धरम पोथी में से, अपने बारे में लिखी भईं बातन कौ मतलब, उन हां समजा दओ।
यीशु ने उन से जा कनौत कई, पर बे नईं समझ पाए कि जे का बातें आंय जौन बो हम से कहत आय।
जे बातें मैंने तुम से कनौत में क ईं आंय, परन्त बा घड़ी आ रई आय, जब मैं फिन तुम से कनौत में नईं कै हों, परन्त तुम हां बाप के बारे में साफ बता दै हों।
तब ऊके लाने एक दिना ठहराओ गओ, और बिलात जनें ऊ की रहबे की जांगा पे आए, ऊ ने परमेसुर के राज्य के बारे में सोचत भए, गवाही देके उनहां समझाओ, और भुनसारे से संजा लौ मूसा की रीति और आगमवक्तन की पोथियन से यीशु के बारे में उनहां समझाबे की कोसिस करत रहो।