14 बोवेवालो बचन बोऊत आय।
जो कोऊ राज्य कौ बचन सुन के ऊहां नईं समझत, जो कछु ऊके मन में बोओ गओ हतो, ऊहां बो दुष्ट छुड़ा लै जात आय; जौ ओई आय, जो गैल किनारे बोओ गओ हतो।
ऊने जा कहत भए उन से कनौत में बिलात बातें कईं, कि हेरो, एक बीज बोवेवारो बीज बोवे कड़ो।
ऊने उन हां उत्तर दओ, उमदा बीज बोवेवारो मान्स कौ पूत आय।
फिन इतने मान्स जुड़ गए, कि दरवाजे के ऐंगर भी जांगा न मिली; और ऊ उने बचन सुना रओ हतो।
फिन यीशु ने उनसे कओ; काय तुम जा कनौत नईं समझत? तो फिन और कनौत कैसे समझ हौ?
जो गैल के किनारे के आंय जां पै बचन बोओ जात आय, जे बे आएं, कि जब उन ने सुनो, तो शैतान तुरतईं आके बचन हां जौन उन में बोओ गओ हतो, उठा ले जात आय।
सुनौ: देखो, एक बोवेवालो, बीज बोवे हां निकलो।
जैसो कि उन ने जौन पेंलई से इन बातन के तकबेवारे और बचन के सेवक हते हम तक पोंचाओ।
कनौत की समजाइस जा आय; बीज परमेसुर कौ बचन आय।
जौन तितर बितर भए हते, बे भलो सन्देसो सुनात फिरे।