30 कायसे बे कैत हते, कि ऊ में बुरई आत्मा आय।
और शास्त्री जो यरूशलेम से आए हते, ऐसो कहत हते, कि ऊ में शैतान आय, और जौ भी, कि ऊ बुरई आत्मन के मुखिया की मदद से बुरई आत्मन हां निकालत आय।
लेकिन जो कोऊ शुद्ध आत्मा के खिलाफ निन्दा कर है, ऊ कभऊं माफ न करो जै है: बल्कि ऊ ऐसे पाप कौ दोषी हुईये जौन पाप कभऊं खतम न हुईये।
और ऊ की महतारी और ऊके भईया आए, और बाहर ठांड़े होकें ऊहां बुलवाओ।
और उन में से बिलात लोग कहन लगे, ऊ में दुष्ट आत्मा आय, और बो पागल आय; तुम ऊ की काय सुनत आव?