3 ऊ ने सूखे हाथ वाले मान्स से कओ; बीच में ठाड़े होओ।
और हेरो, उते सूखे हाथ वारो एक मान्स हतो; और उन ने यीशु पे लांछन लगाबे के लाने ऊसे पूछो, कि का सब्त के दिना साजो करबो सही आय?
और बे ऊ पै दोष लगाबे के लाने ऊ की घात में लगे भए हते, कि तकें, ऊ विश्राम के दिना ऊहां ठीक करत आय कि नईं।
और उनसे कओ; काय विश्राम के दिना भलौ करबो उचित आय कि बुरओ करबो, प्रान हां बचाबो कि मारबो? लेकिन बे चुप्प रए।
पर यीशु उन के विचार जानत हतो; ई लाने यीशु ने ऊ सूखे हाथवाले से कओ; उठ, मजारें ठांड़ो हो जा, बो उठ ठांड़ो भओ।
जरूरी आय कि जीने मोय पठैव आय, ऊके काज हम दिनई दिन में करें, बा रात आबेवाली आय, जीमें कोऊ काज नईं कर सकत।
सो हे मोरे प्यारे भईया हरौ, पक्के बने रओ, और पिरभु के काम में बढ़त जाओ, कायसे कि जानत आव, कि तुमाई मैनत पिरभु में अकारथ नईंयां।
भलो करबे में हिम्मत न हारो, कायसे हम ढिलयाए न, तो अपनी बेरा पे कटनी काट हैं।
और पिरभू में जौन मोरे भईया आंय, मोरे पकड़े जाबे से और भी हिम्मत से पिरभू को बचन सुनात रैत आंय।
जब मसीह ने देयां में होकें पीड़ा उठाई, तो तुम सोई ओई मन्सा हां अपना के हथयार बांध लेओ, कायसे जीने देयां में पीड़ा उठाई, बो पाप से छूट गओ।