7 कि जौ मान्स काय ऐसो कैत आय? जौ तो परमेसुर की हंसी उड़ात आय, परमेसुर हां छोड़ के और को पाप माफ कर सकत आय?
तब महायाजक ने अपने उन्ना फाड़के कई, ईने परमेसुर की निन्दा करी आय, अब हम हां और गवाहियन की का जरूरत आय?
और हेरो, शास्त्रियन में से कछु आपस में कहन लगे, जौ तो परमेसुर कौ ठठ्ठा करत आय।
तुम ने जा निन्दा सुनी: तुमाई का राय आय? ऊ सबरन ने कओ, ऊ मार डालबे के जोग आय।
तब कैऊ शास्त्री जौन उते बैठे हते, अपने अपने मन में विचार करन लगे।
यीशु ने तुरतईं अपनी आत्मा में जान लओ, कि बे अपने अपने मन में ऐसो विचार कर रए आंय, और उनसे कओ, तुम अपने अपने मन में जौ विचार काय कर रए आव?
तब धरम ज्ञानी और धरम शिक्षक बतकाओ करन लगे, जौ को आय, जो परमेसुर हां निंदरत आय? परमेसुर हां छोड़ को पापन हां छिमा कर सकत आय?
तब जौन मान्स ऊके संग्गै भोजन करबे हां बिराजे हते, बे अपने अपने हिये में विचार करन लगे, जौ को आय जौन पापन हां सोई छिमा करत आय?
यहूदियन ने ऊसे कई, हम साजे काजन के लाने तोय पत्थरा नईं मारत, पर परमेसुर कौ ठठ्ठो करबे के लाने और ई लाने भी की तें मान्स होकें अपने हां परमेसुर बतात आय।
तो जीहां बाप ने पवित्र ठहराके जगत में पठैव, तुम ऊसे कहत आव कि तें ठट्ठा करत आय, ई लाने की मैंने कई, मैं परमेसुर कौ पूत आंव?