6 तब कैऊ शास्त्री जौन उते बैठे हते, अपने अपने मन में विचार करन लगे।
यीशु ने, उनकौ बिसवास हेर के, ऊ लकवा के मारे से कओ; ऐ बेटा, तोरे पाप क्षमा हो गए।
कि जौ मान्स काय ऐसो कैत आय? जौ तो परमेसुर की हंसी उड़ात आय, परमेसुर हां छोड़ के और को पाप माफ कर सकत आय?
ऐसो जान के यीशु ने उन से कओ; तुम काय आपस में जौ विचार कर रए आव कि हमाए ऐंगर रोटी नईंयां? का अब तक नईं जानत और नईं समझत?
सो जौन विचार और बड़ी बड़ी बातें, जौन परमेसुर हां नईं चीनत आय, उन हां आड़े हाथ लेत आंय, और सब विचारन हां बस में करके मसीह की अग्यां मानबेवारे बना देत आंय।