मैं तुम से सांची कहत आंव, कि जो इते ठांड़े आंय, उन में से कितेक ऐसे आंय; कि जब लौ मान्स के पूत हां ऊके राज्य में आत भए न हेर लै हैं, तब लौ मृत्यु कौ सुवाद कभऊं न चीख हैं।
और ऊ ने उन से कओ; मैं तुम से सांची कैत आंव, कि जौन इतै ठांड़े आंय, उन में से कैऊ ऐसे आंय, कि जब लौ परमेसुर के राज्य हां ताकत के संग्गै आओ भओ न तक लें, तौ लौ मौत को स्वाद बिल्कुल न चख हैं।