14 और उन ने आके ऊसे कओ; गुरूजी हम जानत आंय, कि तें सच्चो आय, और कोऊ की परवाह नईं करत; कायसे कितें मान्सन के मों देखी बातें नईं करत, बल्कि परमेसुर की गैल सच्चाई से बतात आय।
ऐई उपज सें उन राजाओं हों जिनहों तेंने हमाए पापों के कारन हमाए ऊपर ठैराओ आय, मुतकौ धन मिलत आय; और बे हमाए सरीरों और हमाए पसुअन पै अपनी अपनी इच्छा के अनसार पिरभुता जतात आंय, ई लाने हम बड़े संकट में पड़े आंय।”
ई लाने उन ने अपने चेलन हां हेरोदियन के संग्गै ऊके ऐंगर जौ कहबे हां पठैव, कि हे गुरू; हम जानत आंय, कि तें सच्चो आय; और परमेसुर की गैल सच्चाई से सिखात आय; और कोऊ की परवाह नईं करत, कायसे तें मों हेरी बात नईं करत।
तो का कैसर महाराजा हां टैक्स दैबो उचित आय, कि नईं? हम दैबें या न दैबें? यीशु ने उनकौ कपट जान के उन से कओ; मोहां काय परखत आव? एक दीनार मोरे ऐंगर ले आओ, कि मैं तकों।
उते बे औरें जौ कै कें यीशु पे लांछन लगान लगे, कि हम ने ईहां मान्सन हां बरगलात और कैसर महाराज हां कर देबे हां मना करत, और अपने आप हां मसीह राजा कैत भए सुनो आय।
कायसे हम बिलात जनों जैसे नईंयां, जौन परमेसुर की बातन में कछु दूसरी बातें जोड़ देत आंय; अकेले हिये से, परमेसुर की बातें परमेसुर हां मानो सजीव देखत मसीह में कैत आंय।
जौन जनें कछु बड़े समझे जात हते (बे चाए जैसे हते, मोहां ईसे काम नईंयां, परमेसुर कोऊ न्यारी बातें नईं करत) उन से जौन कछु समझे जात हते, मोहां कछु नईं मिलो।